नई दिल्ली: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 14 अगस्त को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी (NEET MDS) 2025 के क्वालिफाइंग कट-ऑफ पर्सेंटाइल में बड़ी राहत दी है। सभी श्रेणियों — सामान्य, एससी, एसटी, ओबीसी और यूआर-पीडब्ल्यूडी — के लिए कट-ऑफ पर्सेंटाइल में 19.863 पर्सेंटाइल की कमी की गई है।
नई कट-ऑफ पर्सेंटाइल
श्रेणी | न्यूनतम योग्यता मानदंड (पूर्व) | पूर्व कट-ऑफ अंक | संशोधित योग्यता मानदंड | नई कट-ऑफ पर्सेंटाइल | नई कट-ऑफ अंक |
---|---|---|---|---|---|
सामान्य (UR/EWS) | 50 पर्सेंटाइल | 261 | 30.137 पर्सेंटाइल | 30.137 | 197 |
SC/ST/OBC (PWD सहित) | 40 पर्सेंटाइल | 227 | 20.137 पर्सेंटाइल | 20.137 | 168 |
सामान्य-PWD | 45 पर्सेंटाइल | 244 | 25.137 पर्सेंटाइल | 25.137 | 182 |
NEET MDS परीक्षा 19 अप्रैल को आयोजित हुई थी और परिणाम 15 मई को जारी किए गए थे। डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (DCI) ने 30 जून को अनिवार्य इंटर्नशिप पूरी करने की अंतिम तिथि तय की थी। हालांकि, रैंक में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
क्यों है यह बदलाव महत्वपूर्ण?
इस संशोधन से अब ज्यादा छात्र पीजी डेंटल कोर्स में दाखिले के योग्य हो जाएंगे। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) को NEET MDS 2025 की काउंसलिंग के लिए पंजीकरण दोबारा खोलना होगा।

काउंसलिंग और आगे की प्रक्रिया
- NEET MDS की 50% सीटें ऑल इंडिया कोटा (AIQ) के तहत और बाकी 50% सीटें राज्य स्तरीय काउंसलिंग से भरी जाती हैं।
- अभ्यर्थियों को समयसीमा के भीतर पंजीकरण कर अपनी पसंदीदा कोर्स और कॉलेज का चयन करना होगा।
- नवीनतम अपडेट के लिए MCC की आधिकारिक वेबसाइट mcc.nic.in और NBEMS पोर्टल पर नज़र बनाए रखने की सलाह दी गई है।
यह निर्णय उन छात्रों के लिए बड़ी राहत है जो पहले कुछ अंकों से कट-ऑफ में पीछे रह गए थे, अब उनके पास दाखिले का नया अवसर होगा।