फ्लोरिडा में 12 अगस्त को हुए एक सड़क हादसे ने पूरे अमेरिका को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में 28 वर्षीय ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने अवैध यू-टर्न लिया, जिसके कारण तीन लोगों की मौत हो गई।
अब इस मामले ने न सिर्फ अदालत बल्कि सोशल मीडिया और अमेरिकी पॉलिसी सिस्टम में भी तीखी बहस छेड़ दी है।
20 लाख से ज्यादा लोगों का समर्थन
हरजिंदर सिंह के खिलाफ चल रहे मामले को लेकर एक ऑनलाइन याचिका तेजी से वायरल हो रही है। अब तक 20 लाख से ज्यादा लोगों ने इस पर हस्ताक्षर कर सिंह की सजा कम करने की मांग की है।
याचिका में कहा गया है कि सिंह को उनकी गलती के लिए ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, लेकिन उन पर लगे आरोप और संभावित सजा “घटना की परिस्थितियों से मेल नहीं खाते।” याचिका में हादसे को “जानबूझकर किया गया अपराध नहीं” बताया गया है।
45 साल की जेल की संभावना
फ्लोरिडा प्रशासन के मुताबिक, हरजिंदर सिंह के खिलाफ तीन मामलों में ‘वाहन हत्या’ (Vehicular Homicide) और इमिग्रेशन उल्लंघन के आरोप दर्ज किए गए हैं।
उन पर ज़मानत भी खारिज कर दी गई है। अगर दोषी साबित हुए, तो उन्हें 45 साल तक की जेल हो सकती है।
इमिग्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस पर सवाल
यह मामला अब अमेरिका की इमिग्रेशन और लाइसेंसिंग नीतियों पर भी सवाल खड़े कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरजिंदर सिंह साल 2018 में मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में अवैध रूप से दाखिल हुए थे।
बाद में उन्होंने शरण (Asylum) के लिए आवेदन किया और केस लंबित रहने तक उन्हें अमेरिका में रहने की अनुमति मिल गई।
इसी दौरान, उन्होंने कैलिफ़ोर्निया से कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस हासिल कर लिया, जहां 19 राज्यों और वॉशिंगटन डीसी की तरह, आव्रजन स्थिति की परवाह किए बिना लाइसेंस जारी किया जाता है।
कई लोग अब कैलिफ़ोर्निया सरकार की इस नीति की आलोचना कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ऐसे मामलों से सिस्टम की खामियां साफ झलकती हैं। उनका कहना है कि अगर ऐसे ड्राइविंग लाइसेंस न दिए जाते तो शायद यह हादसा टल सकता था।
समाज बंटा, बहस तेज
यह मामला अब सिर्फ अदालत तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अमेरिकी समाज को भी बांट रहा है। एक ओर बड़ी संख्या में लोग सिंह की सजा कम करने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक तबका इस घटना को “इमिग्रेशन नीति की विफलता” करार दे रहा है।
अब देखना यह होगा कि अदालत इस हाई-प्रोफाइल केस में क्या फैसला सुनाती है, लेकिन इतना तय है कि हरजिंदर सिंह का केस आने वाले समय में अमेरिकी इमिग्रेशन और ट्रैफिक नीतियों पर बड़ा असर डाल सकता है।