शतरंज की दुनिया में बड़ा धमाका तब हुआ जब अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ (FIDE) ने 22 वर्षीय यूक्रेनी खिलाड़ी किरिल शेवचेंको (Kirill Shevchenko) से उनका ग्रैंडमास्टर खिताब छीन लिया और उन्हें तीन साल के लिए बैन कर दिया।
यह पहली बार है जब इतना उच्च-स्तरीय ग्रैंडमास्टर धोखाधड़ी के मामले में इस तरह की सज़ा झेल रहा है।
बाथरूम में छिपे फोन से खुला राज़
यह पूरा मामला स्पैनिश टीम चैम्पियनशिप (12-18 अक्टूबर 2024) के दौरान सामने आया। 13 अक्टूबर को बाथरूम में एक मोबाइल फोन मिला, जिस पर हाथ से लिखा नोट चिपका था—“Do not touch! The phone is left for a guest to answer at night.” जांच के दौरान पता चला कि एक दिन पहले भी सफाईकर्मी को बाथरूम में दूसरा फोन मिला था।
कई विरोधी खिलाड़ियों ने शिकायत की थी कि शेवचेंको बार-बार और लंबे समय तक बाथरूम जा रहे हैं। विशेष रूप से जीएम फ्रांसिस्को वल्हेजो पोंस और जीएम बासेम अमीन ने यह मुद्दा उठाया।
जांच के बाद यह साफ हो गया कि शेवचेंको ने फोन बाथरूम में छुपाया था।
कबूलनामे ने तोड़ी बचाव की दीवार
शेवचेंको ने स्वीकार किया कि उन्होंने फोन बाथरूम में छुपाया था, हालांकि उन्होंने इंजन से चीटिंग करने से शुरुआत में इनकार किया। लेकिन FIDE के आदेश में दर्ज है कि खिलाड़ी ने अपने एक संवाद में Lichess ऐप का उपयोग करने की बात कबूल की।
सज़ा और प्रभाव
FIDE ने 15 मार्च 2025 को शुरुआती फैसले में उन्हें तीन साल के लिए बैन किया था, लेकिन उस वक्त ग्रैंडमास्टर का खिताब नहीं छीना गया। अपीलों और पुनर्विचार के बाद 19 अक्टूबर 2024 से 18 अक्टूबर 2026 तक का प्रतिबंध लागू कर दिया गया है।
हालांकि एक साल का बैन निलंबित रखा गया है, जो 2027 तक प्रभावी रह सकता है, यदि भविष्य में कोई नई गलती सामने आती है।
FIDE का सख्त संदेश
FIDE प्रबंधन बोर्ड की उपाध्यक्ष डाना रेज़नियेसे ने कहा—
“हम शीर्ष खिलाड़ियों के बीच धोखाधड़ी के मामलों को बेहद गंभीरता से लेते हैं। फेयर प्ले हमारे खेल की साख और भविष्य के लिए अनिवार्य है। रोकथाम और सख्त कार्रवाई दोनों पर जोर दिया जाएगा।”
शतरंज की दुनिया में सबसे बड़ा झटका
कभी दुनिया में 75वें स्थान पर रहे किरिल शेवचेंको अब ग्रैंडमास्टर का ताज खोने वाले सबसे ताकतवर खिलाड़ी बन गए हैं।
यह मामला पूरी शतरंज बिरादरी के लिए एक बड़ा सबक है कि तकनीक का गलत इस्तेमाल खिलाड़ियों के करियर और प्रतिष्ठा दोनों को खत्म कर सकता है।