Mia Khalifa Interview: एडल्ट फिल्मों की दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चित नामों में से एक मिया खलीफा ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी और इंडस्ट्री के काले सच से पर्दा उठाया।
लेबनान से अमेरिका पहुंची और इतिहास की पढ़ाई करने वाली यह युवती आखिर कैसे एडल्ट इंडस्ट्री का हिस्सा बनी? मिया ने अपने अनुभवों को बेबाकी से साझा किया।
वजन घटाने से मिली पहली “नज़रें”
मिया ने बताया कि बचपन से ही उनका आत्मविश्वास कमज़ोर था। वजन ज़्यादा होने की वजह से वह खुद को कभी आकर्षक नहीं मानती थीं। लेकिन कॉलेज के पहले साल में करीब 50 पाउंड वजन घटाने के बाद उनके शरीर में बदलाव आया। इसी दौरान उन्होंने पहली बार पुरुषों का ध्यान अपनी ओर महसूस किया। उन्हें ऐसा लगा कि यह पल अगर खो गया तो सब कुछ खत्म हो जाएगा।
“मॉडलिंग” से एडल्ट इंडस्ट्री तक का सफर
मिया के मुताबिक, यह सफर किसी फिल्मी ड्रामे की तरह अचानक नहीं हुआ। उन्हें मियामी में किसी ने “मॉडलिंग” का ऑफर दिया। जगह और माहौल प्रोफेशनल लगे, ऑफिस में परिवार की तस्वीरें तक सजी हुई थीं। शुरू में उन्हें यही लगा कि यह सामान्य मॉडलिंग का काम है। लेकिन बाद में सच्चाई सामने आई। उन्होंने बताया कि पहले ही मीटिंग में साफ कर दिया गया था कि यह एडल्ट इंडस्ट्री है और उन्हें साइन कराना है।
डर और दबाव में किए फैसले
मिया ने कहा कि एडल्ट इंडस्ट्री में उनका काम करते समय सबसे विवादित सीन “हिजाब” वाला था। उन्होंने उस वक्त प्रोडक्शन टीम से कहा था – “आप मुझे मरवा देंगे।” लेकिन उनकी बात पर हंसी उड़ाई गई। मिया ने माना कि उन्हें जबरदस्ती नहीं किया गया, लेकिन माहौल ऐसा था जिसमें ना कहना आसान नहीं था।
आज भी पीछा नहीं छोड़ती यादें
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस अनुभव का असर आज भी उनके निजी जीवन पर है। पब्लिक में लोगों की निगाहें उन्हें असहज कर देती हैं। उन्हें लगता है मानो लोग उनके पारदर्शी अतीत को देख रहे हों। गूगल सर्च में उनका नाम टाइप करते ही अतीत खुलकर सामने आ जाता है।
एडल्ट इंडस्ट्री और समाज पर असर
मिया ने कहा कि उनकी कहानी अकेली नहीं है। कई महिलाएँ उनसे संपर्क कर चुकी हैं, जो जबरन या धोखे से इस इंडस्ट्री में लाई गई थीं। उन्होंने माना कि आज पोर्न का असर रिश्तों पर गहरा पड़ रहा है। युवा पीढ़ी इसे जल्दी एक्सेस कर लेती है और फिर वास्तविक रिश्तों से भी उसी तरह की उम्मीद करने लगती है।
“मेरी कहानी दूसरों के लिए आईना है”
मिया का मानना है कि उनका अनुभव शायद औरों से अलग न हो, लेकिन उन्होंने इसे सामने लाकर उन महिलाओं को आवाज़ दी है जो दबाव, मजबूरी या शोषण का शिकार हुई हैं।
निष्कर्ष
मिया खलीफा की यह बेबाक बातचीत बताती है कि एडल्ट इंडस्ट्री की चमक-दमक के पीछे कितने डर, दबाव और असुरक्षा छिपी होती है। उनकी कहानी उन तमाम युवाओं के लिए चेतावनी है, जो इस इंडस्ट्री को सिर्फ शोहरत और पैसे की नज़र से देखते हैं।
डिस्क्लेमर: यह इंटरव्यू मूल रूप से BBC में प्रकाशित बातचीत पर आधारित है। इसमें दिए गए प्रश्न और उत्तरों का हिंदी अनुवाद एवं पुनर्लेखन किया गया है। हम केवल जानकारी साझा करने के उद्देश्य से यह सामग्री प्रस्तुत कर रहे हैं। मूल अधिकार संबंधित प्रकाशन संस्था के पास सुरक्षित हैं।