खेलों की दुनिया में आपने मुक्केबाज़ी, रेसलिंग और एमएमए तो खूब देखी होगी, लेकिन अब एक ऐसा खेल सुर्खियों में है जिसने सबको हैरान कर दिया है – पावर स्लैप (Power Slap)।
इसमें खिलाड़ी रिंग में एक-दूसरे को बारी-बारी से जोरदार थप्पड़ मारते हैं। जो खिलाड़ी आख़िर तक टिकता है, वही जीत हासिल करता है।
क्या है पावर स्लैप?
पावर स्लैप एक नई कॉन्टैक्ट स्पोर्ट (contact sport) है, जिसमें न तो मुक्के चलते हैं और न ही किक, बल्कि चलते हैं सिर्फ़ थप्पड़! खिलाड़ी आमने-सामने खड़े होते हैं और बारी-बारी से प्रतिद्वंदी के चेहरे पर जोरदार चांटा मारते हैं। इस खेल में हार और जीत का फैसला इस बात पर होता है कि कौन खिलाड़ी अपने पैरों पर खड़ा रह पाता है।
क्यों बढ़ रही है पॉपुलैरिटी?
- सोशल मीडिया पर वायरल वीडियोज़ – स्लो-मोशन थप्पड़ों के वीडियो करोड़ों व्यूज़ बटोर रहे हैं।
- एड्रेनालिन रश – दर्शक इस खेल की रोमांचक और खतरनाक झलकियों से बेहद उत्साहित हो रहे हैं।
- यूएफसी (UFC) से कनेक्शन – इस प्रतियोगिता को UFC के प्रेसीडेंट डाना व्हाइट (Dana White) का भी समर्थन मिला है।
विवाद और खतरे
हालांकि यह खेल दर्शकों को रोमांचित करता है, लेकिन इसकी आलोचना भी खूब हो रही है। मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि इतने तेज थप्पड़ों से कंकशन (Concussion), दिमागी चोट और चेहरे की गंभीर चोटें हो सकती हैं। कई देशों में इसे लेकर बहस छिड़ी हुई है कि इसे खेल माना जाए या स्वास्थ्य के लिए खतरा।
भारत में पावर स्लैप की चर्चा
भारत में अभी तक यह आधिकारिक रूप से शुरू नहीं हुआ है, लेकिन यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर इसके क्लिप्स तेज़ी से वायरल हो रहे हैं। युवाओं में इसे लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है, मगर डॉक्टर इसे बेहद खतरनाक मानते हैं।